हे बांके बिहारी गिरधारी हो प्यार तुम्हारे चरणों में
नटवर मधु सुदन बनवारी हो प्यार तुम्हरे चरणों में |
में जग से उब चूका मोहन सब जग को परख चुखा सोहन
अब सरन तेहरी गिरधारी हो प्यार तुम्हारे चरणों में |
भाई सूत दार कुटुम्बी जन सब में मेरे सिगरे बंधन
सब स्वारथ के यह संसारी हो प्यार तुम्हारे चरणों में|
पापी या जापी नर नारी इन चरणों से जिनकी यारी
उनके हरि हो तुम भय हारी हो प्यार तुम्हारे चरणों मैं
मैं सुख में रहूँ या दुःख मैं रहूँ काँटों में रहूँ फूलो में रहूँ
बन में घर में जहां भी रहूँ हो प्यार तुम्हारे चरणों मैं|
नख कुंद कांती कस्तूरी सम चर्चित चन्दन अर्पित मम मन
तेरे चरणों की बलिहारी हो प्यार तुहारे चरणों मैं|
मन के मंदिर मैं आओ तुम नस नस में श्याम समाओ तुम
तुम्हारे है हम हमरे हो तुम हो प्यार तुहारे चरणों मैं|
इस जीवन के तुम जीवन हो हे श्याम तुम्ही मेरे धन हो
सुख शांति मूल तब चिंतन हो हो प्यार तुम्हारे चरणों मैं
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