{जब भी जनम लू बनु दास तेरा, सेवा में अपनी लगाना बिहारी जी}
!!!! यह पेज मेरे प्रिय श्री श्यामसुन्दर जी और श्री राधारानी जी के श्री चरणों में समर्पित हैं !!!! This Page is Dedicated to the Lotus Feet of Shri Shyamsundar Ji and Shri Radharani Ji
Thursday, August 9, 2012
जो चढ़ ही चुका हरि चरणों पे,
उसे हानि लाभ की क्या चिन्ता
जब मस्त शमा पे परवाना
उसे जीवन मरण की क्या चिन्ता ...
जो चल दरबार पे आया हैं
उसे अपनी अकाल से क्या मतलब
सिर रख के उठाया नही जाता
उसे सिर और धड की क्या चिन्ता
मत प्रेम खिलौना जानो तुम
जरा प्रेम तत्व पहचानो तुम
जब तन में भसम रमा ही ली
तो बनने बनाने की क्या चिन्ता
यह मार्ग प्रेम का दीवानों
मत खेल करो तुम नादानों
जब इश्क लगाया प्रियतम से
फिर कहने कहाने की क्या चिन्ता
पथ भूलो मत कुछ सोच करो
जब प्रेम गली में आ ही चुके...
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